‘उत्कर्ष ‘ महोत्सव में महादेवी वर्मा की गूँज

महादेवी वर्मा

मुंबई: 30 नवम्बर, 2017 को आर्य विद्या मंदिर बान्द्रा (प.) के वार्षिक महोत्सव ‘उत्कर्ष ‘ में हिन्दी साहित्य की सशक्त हस्ताक्षर महादेवी वर्मा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को साकार करती हुई नृत्य- नाटिका का मंचन, सेन्ट एन्ड्रूज के सभागृह में सम्पन्न हुआ।

छात्रों ने नृत्य-नाटिका के माध्यम से दर्शकों को नारी शक्ति का एहसास करवाया। सामाजिक और राजनीतिक आंदोलनों में महादेवी ने अग्रणी भूमिका अदा की थी।आधुनिक मीरा‘ के खिताब से नवाज़ी गईं इस कवयित्री ने सामाजिक रूढ़ियों का डटकर मुकाबला किया। झुकी नहीं, डरी नहीं। एक महिला अपने विचार, सोच तधा व्यवहार से समाज में समग्र बदलाव लाने की ताकत रखती है। महादेवी के संघर्ष भरे जीवन से प्रेरणा लेकर आज की बालिकाएँ भविष्य की महादेवियाँ बनने की क्षमता रखती हैं।

विद्यालय की मैनेजिंग कमिटी के सदस्यों ने भी समाज को महादेवी वर्मा के जीवन से प्रेरणा लेने की सलाह दी। पटकथा लेखिका सुमन मिश्रा ने बताया ‘आज भी नारियों को अग्निपथ से गुजरना होता है। महादेवी वर्मा आधुनिक महिलाओं के लिए मिसाल और मशाल दोनों हैं ।’

कार्यक्रम में फिल्म एवं टीवी जगत की जानी मानी हस्तियां मौजूद थीं। पुनीत इस्सर और करन टैकर बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित थे। कार्यक्रम में 450 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। विद्यालय समूह की निदेशिका एवं प्रधानाचार्या ज्योति कुमार के मार्गदर्शन में आर्य परिवार ने कार्यक्रम को साकार रूप दिया। पर्यवेक्षिका सुनीता बाली ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महोत्सव की प्रस्ताविकी पेश की। मुबंई तथा बाहर के विद्यालयों से पधारे दर्ज़नों प्रधानाचार्य और शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उत्कर्ष महोत्सव का जमकर आनंद उठाया ।

पुनीत इस्सर ने की विद्यालय में सिखाए जाने वाले मूल्यों की सराहना –

अतिथि पुनीत इस्सर ने विद्यालय में सिखाए जाने वाले मूल्यों की सराहना की। श्रीमती कुमार दर्शकों का स्नेह पाकर भाव-विभोर हो उठीं । बालकों के सर्वांगीण विकास हेतु इस प्रकार के कार्यक्रमों की आवश्यकता पर उन्होंने विशेष जोर दिया । साथ ही घोषणा की कि आगामी वर्ष आर्य विद्या मंदिर के प्रांगण मे कर्नाटक की मशहूर स्वर सम्राज्ञी एम.एस. सुब्बलक्ष्मी की जीवन शैली उतारी जाएगी ।

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