नोबेल शांति पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस साल यानी 2020 के लिए वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को नोबेल शांति पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। इस अवॉर्ड की दौड़ में 318 उम्मीदवार शामिल थे। इसमें 211 लोग सहित 107 संस्थान शामिल थे। साल 1901 से लेकर 2019 तक 100 नोबेल शांति पुरस्कार अब तक दिए गए हैं। इसमें 24 संस्थान के भी नाम शामिल हैं।
लेकिन अभी न तो नॉमिनी और न नही नॉमिनेटर्स के नाम का खुलासा किया गया है. आमतौर पर पहले ऐसा किया जाता रहा है. कोई भी इस पुरस्कार के लिए अपना नामांकन भेज सकता है, क्योंकि कमिटी इसके लिए औपचारिक रूप से कोई सूची जारी नहीं करती है. कमिटी नामांकित उम्मीदवारों के कामों पर चर्चा कर विजेता का ऐलान करती है.
पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग का जन्म 3 जनवरी 2003 को स्वीडन में हुआ है. वह नोबेल शांति पुरस्कार के लिए मजबूत दावेदारों में से एक हैं. इनके पर्यावरण आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है. स्वीडन की इस कार्यकर्ता के कारण ही विश्व के नेता अब जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दें पर चर्चा करने के लिए विवश हुए हैं. बता दें कि इस पुरस्कार के लिए स्वीडिश सांसदों ने ग्रेना का नाम आगे किया है.
डब्ल्यूएचओ को कोरोवायरस से जंग लड़ने के लिए इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है. बता दें कि डब्ल्यूएचओ का गठन 1948 में वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए किया गया था. डब्ल्यूएचओ का मुख्यालय जिनेवा में है। इस सगंठन से 150 देशों के कार्यालय और 7 हजार से अधिक लोग जुड़े हुए हैं.