अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्तक्षेप के बाद आर्मीनिया और अजरबैजान के हुआ मानवीय युद्धविराम अब खत्म होता नजर आ रहा है। आर्मीनिया और अजरबैजान दोनों ने ही एक-दूसरे पर भीषण हमले करने का आरोप लगाया है। अजरबैजान की सरकार ने कहा है कि नागोर्नो-काराबाख के पास आर्मीनिया की ओर से किए गए मिसाइल हमले में 21 लोगों की मौत हो गई है।
बुधवार को अजरबैजान के बर्दा शहर पर हुए हमले के बाद तनाव चरम पर पहुंच चुका है. बीते हफ्ते अमेरिका की दखल के बाद रिहायशी इलाकों में हमले ना करने को लेकर हुए सीजफायर के एलान के बावजूद दोनों तरफ से हमले भी हुए और इसे लेकर इनकार भी. इस बीच आर्मेनिया ने दावा किया है कि उसने अजरबैजान की सेना की तरफ से इस्तेमाल किए जा रहे तुर्की के दो टीबी-टू यूसीएवी ड्रोन को मार गिराया है.
ड्रोन के मार गिराने पर अजरबैजान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.लेकिन तुर्की के इसी ड्रोन से अजरबैजान ने पहले आर्मेनिया के कम से कम पांच सौ सैनिकों को मारने का दावा किया था. ऐसे में अगर बैरक्तर ड्रोन गिराने का दावा सही है तो फिर तुर्की भी कोई कदम उठा सकता है.