प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि पिछले वर्ष के अंत में ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्वरूप के बारे में जो शुरुआती साक्ष्य मिले हैं उनसे पता चला है कि वायरस का यह स्वरूप कहीं अधिक घातक हो सकता है।
ब्रिटेन में अब तक 5.38 लाख लोगों को टीके की पहली खुराक लग चुकी है. जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटें में 4 लाख 9 हजा 85 लोगों को टीके लगे हैं. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालयल ने मामले पर बात करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण के नए मामले 1 फीसदी से 4 फीसदी के बीच आ गये है जो पिछले हफ्ते के आंकड़े से कम है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि कोरोना वायरस के न्यू स्ट्रेन के चलते मौत के आंकड़े में बढ़ोतरी हो सकती है. उन्होंने प्रेस के सामने खुले शब्दों में कहा कि, “हमें जानकारी दी गई है कि ये न्यू स्ट्रेन तेजी से फैलने के अलावा मृत्यु दर बढ़ा सकता है.”
जॉनसन ने ‘न्यू ऐंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप’ के वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्ध करवाए गए शुरुआती आंकड़ों के आधार पर यह कहा कि ऐसा लगता है कि वायरस का नया स्वरूप अधिक घातक है।
उन्होंने कहा कि ऐसे सबूत भी मिले हैं जो बताते हैं कि टीके कोरोना वायरस के पुराने तथा नए स्वरूप दोनों के खिलाफ प्रभावी हैं। सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वालांस ने कहा कि जो लोग टीके लगवा चुके हैं उनका वायरस के नए स्वरूप से बचाव होगा तथा जो लोग वायरस के पुराने स्वरूप से संक्रमित हो चुके हैं वे भी इसके नए स्वरूप से सुरक्षित हैं।