भारत और पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी नहीं करने पर राजी हो गए हैं. दोनों देशों के बीच 2003 का युद्धविराम समझौता अब सख्ती से लागू होगा. युद्धविराम के लिए नए सिरे से समझौता हुआ है. कल दोनों देशों के डीजीएमओ यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन के बीच बात हुई जिसमें युद्धविराम पर नए सिरे से सहमति बनी है
जबकि पिछले साल 5133 बार युद्धविराम हुआ था। जिसके चलते नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब रहने वाले लोगों को अपना घर-बार छोड़ना पड़ता है।
हालांकि, इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए युद्धविराम समझौते को लागू करने पर सहमति बन गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देशों ने युद्धविराम समझौते को सख्ती से लागू करने पर सहमति जताई है।
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम 25 नवंबर 2003 की आधी रात को हुआ था। हालांकि, पाकिस्तान लगातार युद्धविराम का उल्लंघन करता आया है।