म्यांमार में तख्तापलट के बाद हड़ताल का आह्वान करने के खिलाफ जुंटा ने प्रदर्शनकारियों को दी ये धमकी

म्यांमार में चार प्रदर्शनकारियों की मौत को लेकर तनाव जारी है। म्यांमार के अधिकांश लोग तीन सप्ताह पहले नागरिक नेता आंग सान सू की को बाहर करने और हिरासत में लेने वाले जनरलों को लेकर ऊहापोह में हैं।जून्टा ने तख्तापलट विरोधी प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी कि वे मर सकते हैं लेकिन हजारों लोग सोमवार को फिर से सड़कों पर उतर आए।

साथ ही सेना के 20 ट्रक और दंगा रोकने वाली पुलिस भी वहां पहुंच गई है. इन प्रदर्शनों की अगुवाई करने वाले ‘सिविल डिसोबीडीअन्स मूवमेंट’ ने लोगों से सोमवार को हड़ताल करने का आह्वान किया है. वहीं, सरकारी प्रसारक ‘एमआरटीवी’ पर जुंटा ने रविवार देर रात हड़ताल के खिलाफ कार्रवाई करने की आधिकारिक घोषणा की.

‘स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन काउंसिल’ ने कहा था, ‘ऐसा पाया गया है कि प्रदर्शनकारियों ने 22 फरवरी को दंगा करने और अराजकता फैलाने के लिए भीड़ को भड़काया है. प्रदर्शनकारी अब लोगों को भड़का रहे हैं, खासकर युवकों को…टकराव के इस रास्ते पर जान को खतरा हो सकता है.’

पूर्व में प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा का जिक्र करते हुए सेना ने प्रदर्शनकारियों में आपराधिक गिरोह के शामिल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस वजह से ही ”सुरक्षा बलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी’। प्रदर्शन में अभी तक तीन लोगों की मौत हुई है।

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