संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शनिवार को विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में कहा कि देशों को जलवायु आपातकाल की स्थिति की घोषणा तब तक करनी चाहिए, जब तक कि दुनिया शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन तक नहीं पहुंच जाता।
न्यूजीलैंड ने “जलवायु आपातकाल” की घोषणा करने साथ ही 2025 तक अपने सार्वजनिक क्षेत्र को कार्बन न्युट्रल बनाने घोषणा की है।इस घोषणा के बाद न्यूजीलैंड अब उन 32 अन्य देशों में शामिल हो गया है जिन्होंने जलवायु आपातकाल घोषित किया है। इनमें देशों जापान, कनाडा, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं।
पेरिस समझौते की पांचवीं वर्षगांठ के मौके पर गुटेरेस ने कहा, हम एक नाटकीय आपातलकाल में जी रहे है। क्या कोई ऐसा है जो इस बात से इनकार कर सके? हमें इस खतरे की घंटी से सचेत होने की जरूरत है। जलवायु परिवर्तन की भयानक स्थिति और ग्लोबल वार्मिंग पर लगाम लगाने के लिए जरूरी है कि हम अपने-अपने देशों में तब तक जलवायु आपातकाल का एलान करें जब तक कार्बन उत्सर्जन को कम न कर दें।
एक दिवसीय वर्चुअल सम्मेलन में 70 से अधिक वैश्विक नेता गुटेरेस को सुन रहे थे। गुटेरेस ने कहा, कोरोना महामारी के मद्देनजर कई देशों में आर्थिक सुधार के लिए पेश किए गए पैकेज से भविष्य में कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगाने की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिला है। लेकिन साथ ही चेताया कि यह पर्याप्त तेजी से नहीं हो रहा है। इसलिए इस पर गंभीर होने की जरूरत है।