कोरोना को मात दे चुके मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्लाज्मा डोनेट करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि वह इस लोगों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा दान करेंगे। शिवराज सिंह चौहान 25 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। 11 दिन तक अस्पताल में रहने के बाद वह 5 अगस्त को डिस्चार्ज हुए। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद सीएम शिवराज क्वारनटीन में हैं।
उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस पर जीत से कम कुछ नहीं चाहिए। प्रदेश में कोरोना वायरस की मृत्यु दर को न्यूनतम करने के लिए प्रशासन, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ और जनसामान्य को साथ मिलकर काम करना होगा।
चौहान ने कहा कि संक्रमित व्यक्तियों की जल्द पहचान तथा उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना ही बचाव का सर्वश्रेष्ठ उपाय है। इसके लिए प्रदेश में जांच की क्षमता बढ़ानी होगी। उन्होंने प्रदेश में प्रतिदिन 20,000 जांच की क्षमता विकसित करने के निर्देश दिए।
चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा के दौरान संभागवार मृत्यु दर, उसके कारणों तथा बचाव की प्रभावी रणनीति पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। उन्होंने जागरूकता अभियान को विस्तार देने, घर पर पृथक-वास को प्रोत्साहित करने और प्लाज्मा थैरेपी को बढ़ावा देने की आवश्यकता बतायी।