वायु प्रदूषण से शहर की हवा जहरीली हो गई है। प्रदूषण मानक के मुताबिक प्रयागराज गंभीर संकट के मुहाने पर खड़ा है। अब अगर जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो यहां की हवा भी दिल्ली की तरह ही प्रदूषित होने में देर नहीं लगेगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के आंकड़ों के साथ जंक्शन पर वायु प्रदूषण मापन के बोर्ड पर दर्शाई गई प्रदूषण की स्थिति चौंकाने वाली है। यहां सर्वाधिक प्रदूषित इलाके कटरा और अलोपीबाग हैं, वहीं औसतन पीएम (पार्टिक्यूलेट मैटर) 250 के आसपास है।
एक्यूआई लेवल बढ़ने से वातावरण में जहां अभी से हल्की धुंध नजर आने लगी है, वहीं लोगों को सांस फूलने-आंखों व शरीर के दूसरे हिस्सों में जलन होने की परेशानी होने लगी है. मार्च और अप्रैल के महीने में कम्प्लीट लॉकडाउन होने पर यहां का एक्यूआई लेवल घटकर पैंसठ और सत्तर तक आ गया था. लोगों की चिंता यह है कि जब हवा में प्रदूषण का अभी यह हाल है तो दीपावली पर बारूद जलने और पटाखे फूटने के बाद क्या होगा.
वैसे पिछले सालों के मुकाबले इस बार की हवा अभी उतनी ज़हरीली नहीं हुई है. दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक है. अगर AQI की बात करे तो नोयडा सेक्टर-15 में 217, दिल्ली के अक्षरधाम में 347 व गाजियाबाद के वसुंधरा में 270 है. लोगों का कहना है कि जब वो सुबह-सुबह निकलते है तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.