भारत-चीन सीमा पर झड़प, भारत के एक अधिकारी- दो जवान की मौत

न्यूज़ डेस्क: लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में तीन भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। इनमें सेना के एक अफसर भी शामिल हैं। सेना ने कहा है कि दोनों ओर के सैनिक हताहत हुए हैं। सेना ने कोई संख्या तो नहीं बताई है लेकिन सैन्य सूत्रों के मुताबिक चीन के तीन सैनिक मारे गए हैं। यह घटना सोमवार रात को हुई है। दोनों ओर से पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है। 1975 के बाद यह पहली बार है जब भारत-चीन सीमा पर किसी सैनिक की शहादत हुई हो। 

न्यूज एजेंसी एनएनआई के मुताबिक, सोमवार रात लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इसमें भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए। दोनों देशों के सेना के उच्च अधिकारी मौके पर बातचीत करके स्थिति को संभालने में जुटे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलावर को पठानकोट की प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है। इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि भारत के शहीद सैनिकों में एक कर्नल भी शामिल हैं। 

भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है, “गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं।”

चीनी विदेश मंत्रालय ने दिया ये बयान

इस घटना के बाद चीनी विदेश मंत्रालय का आधिकारिक बयान सामने आया है। बीजिंग ने उलटे भारत पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया है। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बीजिंग का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर क्रॉस करके चीनी सैनिकों पर हमला किया था। चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत ऐसी स्थिति में एकतरफा कार्रवाई ना करे।

लंबे वक्त से चल रही थी बातचीत की कोशिश

आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच मई महीने की शुरुआत से ही लद्दाख बॉर्डर के पास तनावपूर्ण माहौल बना हुआ था। चीनी सैनिकों ने भारत द्वारा तय की गई LAC को पार कर लिया था और पेंगोंग झील, गलवान घाटी के पास आ गए थे। चीन की ओर से यहां पर करीब पांच हजार सैनिकों को तैनात किया गया था, इसके अलावा सैन्य सामान भी इकट्ठा किया गया था।

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