जब कोरोना वायरस के कारण हुआ लॉकडाउन खुलेगा तो आप मॉल, रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट, बाज़ारों जैसी कई जगहों पर डिसइन्फेक्शन टनल देखेंगे. भीड़भाड़ वाली जगहों पर आपको इन टनल्स में से होकर गुज़रना होगा ताकि आप कीटाणुरहित हो सकें. कुछ जगहों पर इसका इस्तेमाल पहले ही शुरू हो चुका है.
सवाल ये है कि क्या यह नोवल कोरोना वायरस को खत्म करता है? साथ ही यह भी जानें कि विशेषज्ञ इसके इस्तेमाल को आपकी सेहत के लिए कितना सही मान रहे हैं.कानून के छात्र गुरसिमरन सिंह नरूला ने इस मसले पर याचिका दाखिल की थी. याचिका में यह कहा गया था कि इस तरह के टनल से होकर गुजरने से बीमारी से बचाव नहीं होता.
उल्टे लोगों पर केमिकल के स्प्रे के कई नकारात्मक परिणाम होते हैं. याचिकाकर्ता ने इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) समेत दूसरी सनस्तगों की रिपोर्ट का भी हवाला दिया था. 10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मसले पर सरकार से जवाब मांगा था.
आज सरकार की तरफ से बताया गया कि डिसइंफेक्शन टनल का इस्तेमाल पहले ही लगभग बंद कर दिया गया है. विशेषज्ञों ने माना है कि इसमें से होकर गुजरने वाले के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने का अंदेशा होता है.