भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस ने अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार चुने जाने के बाद अपने पहले भाषण में अपनी मां श्यामला गोपालन को याद किया और कहा कि उन्होंने ही उन्हें मुश्किल समय में हाथ पर हाथ रख कर बैठने और शिकायत करने के बजाए हालात में सुधार के लिए काम करने की शिक्षा दी थी।
अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार जो बाइडेन ने 55 वर्षीय हैरिस को मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना था।
दरअसल कमला हैरिस अमेरिका की तरफ से पहली इकलौती अश्वेत महिला हैं, जो अमेरिका के उपराष्ट्रपति के चुनाव मैदान में हैं। अब वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बाइडेन की सहयोगी होंगी। इसके साथ ही कमला हैरिस उपराष्ट्रपति का टिकट पाने वाली पहली एशियन-अमेरिकन महिला भी हैं।
जो बाइडेन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘ये बताते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि कमला हैरिस को मैंने अपना उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना है।’ बाइडेन ने कमला को एक बहादुर योद्धा और अमेरिका के सबसे बेहतरीन नौकरशाहों में से एक बताया। उन्होंने अगले ट्वीट में कहा, ‘जब कमला हैरिस कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल थीं तब से मैंने उनको काम करते हुए देखा है। मैंने खुद देखा है कि उन्होंने कैसे बड़े-बड़े बैंकों को चुनौती दी, काम करने वाले लोगों की मदद की और महिलाओं-बच्चों को शोषण से बचाया। मैं उस समय भी गर्व महसूस करता था और आज भी गर्व महसूस कर रहा हूं जब वो इस अभियान में मेरी सहयोगी होंगी।’