रूस ने विदेशी बाजारों के लिए अपनी पहली अनुमोदित COVID-19 वैक्सीन का नाम स्पुतनिक वी (Sputnik V) दिया है, जो रूस के पहले उपग्रह के नाम पर है। तत्कालीन सोवियत संघ (अब रूस) ने दुनिया को हैरान करते हुए साल 1957 में ‘स्पुतनिक 1’ उपग्रह लांच किया था। रूस वैक्सीन को मंजूरी देने वाला पहला देश बन गया है।
भारत में हैदराबाद के डॉ रेड्डी लैबोरेटरी ने इस वैक्सीन के 100 मिलियन डोज के वितरण और ट्रायल के लिए भागीदारी की है. रूसी डेवलपर्स भी भारत में वैक्सीन के निर्माण के लिए एक भारतीय पार्टनर की तलाश में हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको, सऊदी अरब और दूसरे देशों ने अपने लोगों के लिए रूसी टीका लाने के लिए डील किए हैं. इसके अलावा रूस ने दावा किया है कि लगभग दस और देश उससे वैक्सीन खरीदने के लिए बातचीत कर रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, रूस को 1.2 डोज के लिए आवेदन मिले हैं.
स्पुतनिक वी वैक्सीन सार्वजनिक उपयोग के लिए नियामक अनुमोदन प्राप्त करने वाला पहला कोरोना वायरस वैक्सीन है, जिसे अगस्त के दूसरे सप्ताह में इजाजत मिली. इससे पहले चीन ने एक वैक्सीन के सीमित उपयोग की अनुमति दी थी.