WHO ने कोरोना महामारी को बताया ‘सदी का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संकट’ व कहा:”दशकों तक महसूस…”

पिछले साल नवंबर से शुरू हुई कोरोना वायरस की महामारी ने दुनिया के लगभग हर कोने को अपनी चपेट में ले लिया। अब करीब 8 महीने बाद यह घातक वायरस अटैक सदी की सबसे बड़ी महामारी बनकर खड़ा हो गया है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने एक करोड़ 77 लाख लोगों को अपना शिकार बना लिया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि COVID-19 केस किसी सामान्य साल के अंदर गंभीर फ्लू के मामलों से दोगुने हैं। सर जेरेमी का कहना है कि, ” साउथ एशिया, सेंट्रल और साउथ अमेरिका और अफ्रीका के घनी आबादी वाले देशों में अभी पूरी तरह पहली वेव ही नहीं आई है।”

विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपातकालीन समिति की बैठक में जिसमें 18 सदस्य और 12 सलाहकार शामिल थे. कोरोना वायरस महामारी के संकट पर चौथी बार बैठक कर रहा है. बैठक शुरू होते ही डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा ‘आज से छह महीने पहले जब विश्व स्वास्थ्य को देखते हुए हमने कोरोना को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की थी तब चीन में 100 से कम मामले थे, वहीं चीन के बाहर कोई भी मौत नहीं हुई थी. ‘

डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने आगे कहा ‘महामारी एक बार में एक सदी का स्वास्थ्य संकट है, जिसके प्रभावों को आने वाले दशकों तक महसूस किया जाएगा.’ उनका कहना है कि समिति नई सिफारिशों का प्रस्ताव कर सकती है या मौजूदा लोगों को संशोधित कर सकती है.

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