अभिनेत्री कंगना रनौत, सुशांत सिंह राजपूत केस समेत कई मामलों में विपक्ष के हमले झेल रही शिवसेना ने एक बार फिर मराठा सम्मान का कार्ड खेला है. शिवसेना के मुखपत्र सामना में कहा गया है कि मुंबई के महत्व को कम करने का योजनाबद्ध प्रयास किया जा रहा है; मुंबई की लगातार बदनामी उसी साजिश का हिस्सा है.
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार के बीच बढ़ते तनाव के बाद अभिनेत्री रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने वाली हैं. माना जा रहा है कि कंगना मुंबई से जाने से पहले राज्यपाल से मिलकर उन्हें राज्य सरकार के साथ चल रहे तनाव को लेकर अवगत कराना चाहती हैं. वह रविवार की शाम 4.30 बजे राज्यपाल से मिलने वाली हैं. जानकारी के अनुसार, 14 सितंबर को कंगना को शहर से बाहर जाना है.
कंगना और राज्य सरकार के बीच तनाव तब शुरू हुआ जब उन्होंने मुंबई के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की. कंगना ने मुंबई शहर की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से की और शहर की पुलिस फोर्स को ‘झूठा’ कहा. इसके बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कथित तौर पर कहा था कि अभिनेत्री को “मुंबई में रहने का कोई अधिकार नहीं है”. वहीं शिवसेना नेता संजय राउत और कंगना के बीच तीखी टिप्पणियां होने के बाद बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने उनके ऑफिस की इमारत में तोड़फोड़ की. इसी दौरान कंगना 9 सितंबर को केंद्र सरकार द्वारा दी गई वाई-प्लस सुरक्षा के बीच मुंबई पहुंची थीं.