कृषि कानून के विरोध में पंजाब में सत्तारुढ़ कांग्रेस शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर उनके जन्मस्थान में धरना दे रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता भगत सिंह के गांव खटकर कलां में धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ कांग्रेस महासचिव और पंजाब के इनचार्ज हरीश रावत भी धरने में शामिल हैं।
अमरिंदर सिंह ने कृषि विधेयकों को राष्ट्रपति की मंजूरी को ‘दुर्भाग्यपूर्ण और निराशाजनक’ बताया. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को संसद में अपनी चिंताएं जाहिर करने का अवसर नहीं दिया गया. राष्ट्रपति की मंजूरी उन किसानों के लिए झटका है जो केंद्र के इन कानूनों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इन खतरनाक कानूनों को मौजूदा स्वरूप में लागू करने से पंजाब का कृषि क्षेत्र बर्बाद हो जाएगा.’
उधर आज सुबह पंजाब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राजधानी में इंडिया गेट के पास एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर अपना विरोध जताया. क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती पर सुबह लगभग 7.15 बजे विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए पंजाब युवा कांग्रेस के लगभग 10-15 कार्यकर्ता एक ट्रक से राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने ट्रक से एक ट्रैक्टर को उतारा और उसमें आग लगा दी.