बिल गेट्स का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं. 28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन में जन्मे बिल ने वर्ष 1975 में पाल एलन के साथ मिलकर साफ्टवेयर कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की.
तब कौन जानता था कि यह देखते ही देखते दुनिया की सबसे बड़ी साफ्टवेयर कंपनी बन जाएगी और गेट्स पर्सनल कंप्यूटर के क्षेत्र में क्रान्ति के अग्रदूत बनेंगे. उनकी तरक्की की रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 32 साल पूरे होने के पहले ही 1987 में उनका नाम अरबपतियों की फ़ोर्ब्स की सूची में आ गया और कई साल तक वह इस सूची में पहले स्थान पर रहे.
पत्नी के साथ मिलकर उन्होंने बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन बनाई जो 2000 से अब तक 30 अरब डॉलर चैरिटी में दे चुकी है. वे कहते हैं, ‘सनकियों के साथ हमेशा अच्छा व्यवहार कीजिए. मुमकिन है कि आपको कल उन्हीं के साथ काम करना पड़े.’
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन भारत में लंबे समय से काम कर रही है. इस संस्था ने 2012 तक भारत में 1 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया था. फाउंडेशन बीमारी और गरीबी से उबरने में भारत की मदद करती है. बिल गेट्स खुद मानते हैं कि वे भारत में लोगों के लिए स्वस्थपूर्ण जीवन के लिए धनराशि खर्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा भी था कि वे भारत में कुपोषण के शिकार बच्चों को देखकर दुखी होते हैं और उनके लिए काम करना चाहते हैं.