गजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसान, अमित शाह बोले-“सरकार प्रदर्शनकारियें से बात करने के लिए तैयार…”

कृषि कानूनों के विरूद्ध किसानों का विरोध-प्रदर्शन विकराल रूप लेता जा रहा है। वैसे तो प्रशासन ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्‍ली में निरंकारी ग्राउंड में प्रवेश की अनुमति दे दी है। लेकिन किसानों का एक गुट इस बात पर अड़ा है कि सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे बॉर्डर पर आकर बात करे।

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत कई अन्य संगठनों से जुड़े किसान नेता दिल्ली की सीमाओं पर डेरा जमाए हुए हैं। उनके साथ हजारों की तादाद में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि प्रदर्शन तो रामलीला मैदान में होता है, तो हमें निरंकारी मैदान क्यों भेजा जा रहा है, जो कि एक निजी संस्था है। उन्होंने कहा कि हमलोग आज भी यहीं रहेंगे।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों का विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “पंजाब से सात लाख आदमी आए हैं। हम यहीं रहेंगे, सारी सड़कें ब्लॉक कर देंगे। हम 6 महीने का राशन लेकर आए हैं।” वहीं सिंघु बॉर्डर(दिल्ली-हरियाणा) पर किसानों के विरोध प्रदर्शन की वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, यात्रियों को कई किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ रहा है।

गृह मंत्री अमित शाह ने बोला क‍ि हिंदुस्तान सरकार प्रदर्शनकारियें से बात करने के लिए तैयार है। इसपर भारतीय किसान यूनियन के पंजाब प्रदेश अध्‍यक्ष जगजीत सिंह ने कहा, ‘अमित शाह जी ने सशर्त मुलाकात का आह्वान किया है। यह अच्छा नहीं है।

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