कृषि कानूनों को लेकर सरकार के प्रस्ताव को ठुकराकर किसानों ने आंदोलन को तेज कर दिया है। शनिवार को सभी टोल फ्री करने के आह्वान का असर पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिला। पुलिस के सख्त पहरे के बावजूद भाकियू कार्यकर्ताओं ने मेरठ और आसपास के जिलों के टोल प्लाजा को फ्री करकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में पश्चिमी यूपी के किसान आंदोलन पर हैं. मेरठ, बागपत, ग़ाज़ियाबाद से लेकर नोएडा तक वे विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पंजाब के किसानों के आंदोलन के समर्थन में राकेश टिकैत का गुट लगातार जवाब बनाए हुए है. टिकैत और उनके साथियों ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से भी मुलाक़ात की थी. पश्चिमी यूपी के किसान आम तौर पर गन्ना की फसल उगाते हैं. यूपी की सभी विपक्षी पार्टियां किसानों के आंदोलन को हवा दे रही हैं.
पंद्रह महीनों बाद यूपी में विधानसभा के चुनाव हैं. योगी आदित्यनाथ के लिए ये अब तक की सबसे बड़ी अग्नि परीक्षा है. इसीलिए वे पश्चिमी यूपी के दो दिनों के दौरे पर निकले हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के संग वे पार्टी नेताओं के मन की बात सुनेंगे. पहले मुरादाबाद में, फिर ग़ाज़ियाबाद और आख़िर में मेरठ.