नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज आंदोलन के 62वें दिन किसान ट्रैक्टर मार्च (Kisan Tractor March) निकाल रहे हैं. अलग-अलग बॉर्डर्स पर से निकलने वाले ट्रैक्टर मार्च का रूट तय किया गया था, जिसे किसानों ने नहीं माना. कई जगह हिंसा-तोड़फोड़ की खबरें आई हैं.
‘ट्रैक्टर परेड’ के लिए आगे बढ़ रहे किसानों ने कई जगह बैरिकेड तोड़ दिए, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पडे। इसके साथ ही किसानों पर लाठीचार्ज किया गया।आईटीओ पर बवाल के बीच कई किसान लाल किले पर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि करीब दो दर्जन ट्रैक्टर परिसर में मौजूद हैं।
लिहाजा बेबस हुए किसान नेताओं की अकर्मण्यता के चलते बेकाबू हुए किसानों को, अब काबू करने के लिए दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों को सीधे-सीधे आमने-सामने का “मोर्चा” लेना पड़ रहा है. ऐसा नहीं है कि, दिल्ली के किसी एक एंट्री प्वाइंट हालात बदतर और पुलिस बेहाल हो. कमोबेश गाजीपुर बार्डर, नोएडा बार्डर (अक्षरधाम मंदिर रोड), सराय काले खाँ, सिंघु बार्डर, टीकरी बार्डर पर एक से ही बदतर हालात हो चुके हैं.