राष्ट्रपति कोविंद ने अपने अभिभाषण में गणतंत्र दिवस पर तिरंगे के अपमान को लेकर कही ये बड़ी बात…

संसद के बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार से हो गई है। सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करके की। अपने अभिभाषण के दौरान उन्होंने सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला। वही गणतंत्र दिवस के मौके पर हुए तिरंगे के अपमान, कृषि कानून, भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध, गलवां घाटी में शहीद हुए जवानों, कोरोना वायरस, देश की अर्थव्यवस्था, वंदे भारत मिशन, हर घर जल सहित कई मुद्दों का जिक्र किया।

बता दें कि अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने गलवान के शहीदों को याद करते हुए कहा कि, ”जून 2020 में हमारे 20 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था. हर देशवासी इन शहीदों का कृतज्ञ है. मेरी सरकार, देश के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है और सतर्क भी है.

राष्ट्रपति ने कहा कि LAC पर भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए अतिरिक्त सैन्यबलों की तैनाती भी की गई है. हमारे स्वाधीनता संग्राम के दौरान देशभक्ति के अमर गीतों की रचना करने वाले मलयालम के श्रेष्ठ कवि वल्लथोल ने कहा है, ‘भारतम् ऐन्ना पेरू केट्टाल अभिमाना पूरिदम् आगनम् अंतरंगम्.’ अर्थात, जब भी आप भारत का नाम सुनें, आपका हृदय गर्व से भर जाना चाहिए.

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