चीन की घोषणा के बाद बुधवार को भारत ने भी ऐलान किया कि पूर्वी लद्दाख से सटे एलएसी पर पिछले नौ महीने से चल रहा टकराव अब खत्म होने जा रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद संसद में चीन से हुए डिसइंगेजमेंट को लेकर बयान जारी किया.
नए समझौते के तहत पैंगोंग-त्सो लेक से सटे फिंगर-एरिया पर फिर से मई 2020 वाली स्थिति बन जाएगी.राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख में भारत चीन की हालिया स्थिति पर कहा कि पेंगोग लेक क्षेत्र में चीन के साथ सेनाओं के पीछे हटाने का समझौता हुआ है. इस समझौते के तहत दोनों पक्ष LAC पर आगे की सैन्य तैनाती को पीछे हटाएंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस बातचीत में हमने कुछ भी खोया नहीं है. सदन को यह जानकारी भी देना चाहता हूं कि अभी भी LAC पर गश्त करने के बारे में कुछ मुद्दे बचे हैं.
आगे की बातचीत में इन मुद्दों को सुलझाने पर ध्यान रहेगा.सूत्रों की मानें तो चीन की कथनी और करनी में काफी फर्क है, यही वजह है कि डिसइंगेजमेंट समझौता फिलहाल पैंगोंग-त्सो के उत्तर और दक्षिण के लिए ही किया गया है.