आओ
गणाधिराज!
ये सड़कें आप ही के लिए
अस्थाई रूप से दुरुस्त हुई हैं
आओ
सजेधजे पंडालों की
चकाचौंध में विराजो
वही पुराने गाने और भजन
और कानफाड़ू शोर सुनो
सामान्य जन को
भीगती लंबी कतारों में
और विशेष जनों को
पिछले दरवाज़े से दर्शन दो
और अतिविशिष्टों के लिए
आपकी मर्ज़ी…
अबकी बार
बड़े अच्छे समय आए हो
चुनाव की पूर्वसंध्या पर
बड़ी आवभगत होगी
नेताओं के भक्ति सिंधु में
समय से पहले ही
डूब जाओगे
जो सत्ता में हैं
वे भक्तों के लिए
बस यात्रा मुफ़्त करवा रहे
भक्त यानी भावी मतदाता
बस कर्मचारियों के वेतन
किसानों मज़दूरों के मुआवज़े
शिक्षकों की माँगों के लिए
खज़ाना खाली है
सरकार कर्ज़ में डूबी है
पर लाडली बहनों पर
इन्वेस्ट कर रही है
इस देश की महिलाएँ
जब से अपनी मर्ज़ी से
मतदान करने लगी हैं
मतदाता के रूप में
बढ़ी है उनकी अहमियत
और वे सभी
ईमानदार नेताओं को
लगने लगी हैं
लाडली बहन
आओ
नेताओं का
लाडलापन भी देखो
पंडाल के बाहर
दैत्याकार होर्डिंग पर
मुस्कुराते जनसेवक देखो
वे इसलिए मुस्कुरा रहे
कि चलो इस बार
भगवान को भी बना लिया
ये जीतेंगे
तो बढ़ेगी आपकी इज़्ज़त
वरना मुल्क में
देवताओं की
कोई कमी थोड़े ही है
आओ
और समझदारों को
जनसंपर्क बढ़ाने का मौका दो
बेकारों को
दो पैसे कमाने का मौका दो
ये जो जान छोड़कर
बड़े बड़े ढोल ताशे बजा रहे हैं
सालभर दुखेंगी
इनकी हड्डियाँ और कमर
मगर तुम मत घबराओ
तुम तो आओ
न जाने कितने मूर्तिकारों
का पेट भरते हो
फूल हार सजावट
पूजा सामग्री से
न जाने कितनों का
घर चलता है
पंडाल वाले, बाँस वाले
लाइट साउन्ड वाले
अहसानमंद हैं तुम्हारे
तुम्हारी लोकतांत्रिक दृष्टि
मुझे बहुत भाती है
सबको उनकी
औकात के मुताबिक देते हो
ज़रूरत के मुताबिक नहीं
भिखारी को उसकी हैसियत से
कुबेर को उसकी
प्रोटोकॉल
कभी नहीं तोड़ते
आओ
सरकार ने तुम्हें डुबाने की
पूरी व्यवस्था कर ली है
डूबने से पहले
अपने सच्चे भक्तों को
उबार सको तो उबार लो
बुद्धि के देवता हो
महामूढ़ों को थोड़ी बुद्धि
उधार दो
वरना बेचारे
फिर से चिल्लाएँगे ही
पुढच्या वर्षी
लौकर या
और तुम आओगे
अपने समय पर ही
और हाँ!
जाने से पहले
उन मासूम गोविंदाओं से
ज़रूर मिल लेना
जो इस वर्ष घायल होकर
अस्पताल में पड़े हैं
और उनकी फिक्र
उस ईश्वर को भी नहीं
जिसके लिए इन्होंने
जान जोखिम में डाली थी
अब
आ भी जाओ
लोकतंत्र के राजा!
-
- हूबनाथ