कोरोना ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को कार्यमुक्त किया जाय – के.के.सिंह

के के सिंह

मुंबई: देश में कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में आये हैं, ऐसे में सबसे अधिक मामले मुंबई से आ रहे हैं। ऐसे में मुंबई मनपा की ओर से मुंबई के विभिन्न क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ ही सैकड़ों शिक्षकों को भी कार्य में लगाया गया है। मनपा में कार्यरत शिक्षकों की प्रमुख यूनियन शिक्षक सभा ने मनपा आयुक्त प्रवीण परदेशी, सहायक आयुक्त (शिक्षण) तथा शिक्षण अधिकारी महेश पालकर को पत्र लिखकर 2 मई से 13 जून तक होने वाले ग्रीष्मावकाश में कोरोना ड्यूटी करनेवाले शिक्षकों को कार्यमुक्त करने का निवेदन किया है।

 

कोरोना ड्यूटी करने वाले शिक्षकों को कार्यमुक्त करने की मांग को लेकर शिक्षक सभा के महासचिव के.के. सिंह द्वारा शिक्षण अधिकारी को लिखे पत्र में कहा गया है कि मनपा शिक्षकों को परंपरागत ग्रीष्मावकाश का लाभ मिलना चाहिए। मनपा शिक्षकों को अन्य मनपा कर्मचारियों की तरह अर्जित छुट्टियों का लाभ नहीं मिलता है। मनपा शिक्षक लगातार वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से अपने बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहे हैं। के.के. सिंह का कहना है कि इस विकट संकट की स्थिति में शिक्षक देश हित में सभी कार्य करने के लिए तैयार हैं, परंतु कोरोना ड्यूटी करने वाले 150 से अधिक शिक्षकों को किसी तरह का कोई मेडिकल प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। ऐसे में यदि शिक्षकों को कुछ होता है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? शिक्षकों की संख्या मनपा कर्मचारियों की कुल संख्या का केवल 10 से 12 प्रतिशत है, ऐसे में शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश की छुट्टी में कोरना की ड्यूटी से मुक्त किया जाए। मनपा प्रशासन जल्द से जल्द हमारी मांग पर ध्यान देगा ऐसी अपेक्षा है। 

शिक्षक सभा

इस पोस्ट पर अपनी प्रतिक्रिया दें