एक स्टडी में ये पता चला है कि कोरोना से ठीक होने वाले हर तीन में से एक मरीज को जिंदगी भर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं और लंबे वक्त के लिए उनके फेफड़े को भी नुकसान पहुंच सकता है.
ब्रिटिश टेलिग्राफ अखबार ने इंग्लैंड की प्रमुख स्वास्थ्य एजेंसी नेशनल हेल्थ सर्विस के गाइडेंस के हवाले से ये बातें प्रकाशित की हैं.विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद फेफड़े की समस्या लंबे समय तक रह सकती है. उनके मुताबिक संक्रमण से होने वाला नुकसान फेफड़े के फड़कने का कारण बनता है. जिसका असर लंबे समय तक देखा जा सकता है.
अस्पातल से डिस्चार्ज होने के बाद फेफड़े की फाइब्रोसिस में घर पर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है. कुछ मामलों में तो मरीज का हृदय स्वास्थ्य भी प्रभावित होने की आशंका रहती है. हैदराबाद में मेडीकोवर अस्पताल के सीनियर डॉक्टर रघु कान्त कहते हैं, “कोविड-19 शुरू में फेफड़े को निशाना बनाता था. जिसकी वजह से सांस लेने में मरीजों को दुश्वारी पेश आ रही थी.”