कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन तैयार करने में लगे हैं। अबतक आम उपयोग के लिए वैक्सीन तैयार नहीं हो पाई है, लेकिन विभिन्न देशों में चल रहे शोध और क्लिनिकल ट्रायल के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।
वैक्सीन बना रही कंपनियों और वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि कोरोना की वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी।मानवीय परीक्षण उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर के एक निजी अस्पताल में औपचारिक रूप से शुरू किया जाएगा. इस दवा को भारत बायोटेक ने विकसित किया है.
शहर का प्रखर अस्पताल राज्य के उन दो अस्पतालों में है, जिन्हें कोरोना वायरस के दवा के परीक्षण के लिये चुना गया है.यहां 36 वॉलंटियर्स हैं, जिन पर यह परीक्षण होगा. सभी की उम्र 18 वर्ष से लेकर 55 साल के बीच है. इनमें से पांच महिलाएं हैं व दो 20 साल के नवयुवक हैं.
अस्पताल के संचालक डॉक्टर जेएस कुशवाहा ने जानकारी देते हुये बताया कि, सभी वॉलंटियर्स अलग-अलग पृष्ठभूमि से हैं. कुछ खिलाड़ी भी हैं. इनमें से ज्यादातर मध्यम वर्गीय परिवार से हैं और वे स्वेच्छा से इस परीक्षण में शामिल होना चाहते हैं ताकि इस मुश्किल वक्त में मानव जाति की मदद की जा सके.