चीन से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में हाहाकार मचा दिया है।मार्च में पहली बार उसके कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. पॉजिटिव होने पर उसके अंदर कोरोना के मामूली लक्षण नजर आए. जबकि दूसरी बार कोरोना वायरस की चपेट में आने पर कोई लक्षण जाहिर नहीं हुआ.
हांगकांग एयरपोर्ट पर की जानेवाली स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के दौरान दूसरी बार संक्रमण का पता चला. शोधकर्ता डॉक्टर केल्विन काई-वान्ग टो ने कहा, “ऐसा लगता है कि पहले से कोरोना संक्रमित होने पर वायरस के खिलाफ कुछ लोगों में ज्यादा समय तक इम्युनिटी नहीं रहती है. हमें नहीं पता है कितने लोग कोरोना से दोबारा संक्रमित हो सकते हैं.”
कोरोना वायरस पिछले साल दिसंबर महीने में सबसे पहले चीन के वुहान शहर में फैला। यहां से यह वायरस तेजी से पूरे चीन में फैलने लगा और लोगों को चपेट में लेने लगा। वुहान के बाद यह वायरस बीजिंग, शंघाई, मकाओ और हांगकांग पहुंचा और लोग इससे संक्रमित होने लगे।
अमेरिका में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के पूर्व प्रमुख वैज्ञानिक डॉक्टर जेसे गुडमैन ने कहा, “हमें दोबारा संक्रमण की आशंका के बारे में पता है. दोबारा संक्रमण होने पर बची हुई इम्युनिटी की संभावना होती है. अगर इम्युनिटी प्राकृतिक संक्रमण से कम होती है तो ये वैक्सीन निर्माण के लिए चुनौती हो सकती है.”