कोरोना महामारी की वजह से देशभर में स्कूल और कॉलेज सभी बंद पड़े हैं. इससे पढ़ाई को लेकर छात्रों को काफी नुकसान हो रहा है. सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि इस वर्ष कॉलेजों में शून्य वर्ष नहीं होगा.
इसका अर्थ है कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं वर्ष के अंत में आयोजित की जाएंगी.स्कूल-कॉलेजों के बारे में सीएम ने कहा कि ‘स्कूली बच्चों की सुरक्षा स्वास्थ्य आप सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सीएम ने कहा है कि, मैं लोगों से मिलता हूं और उन्होंने कहा कि वे स्कूल न खोलें।”
उन्होंने आगे ये भी कहा की :”मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम उनके बच्चों की उतनी ही परवाह करते हैं, जितनी वे करते हैं। जब तक पूरी तरह से आश्वस्त नहीं हो जाते, हम स्कूल खोलने नहीं जा रहे हैं।”
कई राज्यों में गांवो में टीवी और रेडियो के माध्यम से भी पढ़ाई कराई जा रही है। केंद्र सरकार ने भी हाल ही में दिव्यांग बच्चों के लिए एनसीआरटी की ऑडियों बुक जारी की है जिसके माध्यम से पहली से 12वीं कक्षा के छात्र सभी किताबों को डाउनलोड करके सुन सकते है।