Tag: श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय
बदलते दौर का दस्तावेज़ – नीहार के दोहे
लकड़ी दुर्लभ--दाह को मुश्किल आग मसान।
ऐसा कौन गुनाह जो, सहे मौत अपमान।। 1962।।
गंगा ने पूरे किये 'माँ' के सारे फर्ज़।
लाश तैरती गोद में, भारी...