Tag: Hubnath Pandey biography
कवि हूबनाथ पाण्डेय की पाँच कविताएं
1. दुख
दुख
बसंत सरीखे आते थे
पत्तों के बीच से
झाँकते थे बौर आम के
कहीं अमलतास
कानों में पीले झुमके झुलाता
सकुचाया अशोक
अपनी लाली छिपाता
धीरे धीरे
बसंत की तरह खिलता...
साहित्यकार को यह गलत फ़हमी है कि वह कोई बहुत बड़ा...
रीता दास राम
दूसरी कड़ी
रीता : आपकी कविता संग्रह ‘मिट्टी’ में 11 वीं कविता है “आओ ढूँढे उस मिट्टी को जिसे कभी हम सिकंदर कहते...
साहित्यकार को यह गलत फ़हमी है कि वह कोई बहुत बड़ा...
कई महीनों की कोशिश के बाद मुंबई विश्वविद्यालय के असोसिएट प्रोफेसर डॉ. हूबनाथ पाण्डेय जो एक कवि, लेखक और आलोचक भी हैं, से साक्षात्कार...