कानपुर: कोरोना वायरस को देखते हुए अभी प्रदेश में कई टेस्टिंग लैब कार्यरत हैं। जाँच प्रक्रिया को तेज़ करने के मद्देनज़र सोमवार को जनपद में कोरोना वायरस की जांच के लिए एक और टेस्टिंग लैब की शुरूआत की गई है। पॉलीमर चेन रिएक्शन से परिपूर्ण सुविधा वाली इस लैब में सिर्फ 6 घण्टे में ही जाँच रिपोर्ट आ जाएगी। जिसमें एक पाली में लगभग 46 मरीजों की एक साथ टेस्टिंग की जा सकती है। इस लैब में पहले ही दिन लगभग 40 सैम्पल लेकर उनकी जांच की गई।
सोमवार सुबह मंडलायुक्त सुधीर एम बोबड़े और जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में स्थित कोरोना वायरस (कोविड-19) लैब का शुभारंभ करने पहुँचे। आज लैब की शुरुआत में पहले ही दिन 46 कोरोना संदिग्धों के नमूने की जांच की गई है।
मंडलायुक्त सुधीर एम बोबड़े ने बताया कि पॉलीमर चेन रिएक्शन से परिपूर्ण सुविधा वाली इस लैब में सिर्फ 6 घण्टे में ही जाँच रिपोर्ट आ जाएगी। जिसमें एक पाली में लगभग 46 मरीजों की एक साथ टेस्टिंग की जा सकती है। इस प्रकार एक दिन में लगभग 92 संदिग्ध मरीजों के नमूनों की जांच की जा सकती है। अभी से ही हॉटस्पॉट घोषित क्षेत्रों में कोरोना स्क्रीनिंग तेज कर दी गई है। उन्होंने बताया कि रविवार को तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आए 35 संदिग्ध मरीजों के नमूने लिए गए। जिसमें से मछरिया स्थित मदरसे के छात्र भी हैं।
दूसरी तरफ हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती पांच संदिग्ध मरीजों के साथ सभी 40 संदिग्धों के नमूने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। मेडिकल टीम ने रविवार को हॉटस्पॉट इलाकों से 35 लोगों को जांच के लिए आई, सभी के नमूने लिए। जिसमें से चमनगंज, कुली बाजार, बाबूपुरवा और मछरिया में जमातियों के संपर्क में आने पर बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना संदिग्ध मान क्वारंटाइन कराया गया है। वहीं दूसरी तरफ जनपद में अन्य जगहों से आये लगभग पाँच लोगों को, जो खाँसी और बुखार से पीड़ित थे, उन सभी को कोविड-19 वार्ड में भर्ती किया गया है।