कानपुर। विगत सप्ताह महोबा के क्रशर व्यापारी की हत्या का आरोपित आईपीएस मणिकांत के खिलाफ कानपुर में आक्रोशित प्रदर्शन देखने को मिला। प्रदर्शन के दौरान हत्यारोपित आईपीएस की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए ब्राह्मणों ने पैदल कैंडल मार्च कर उग्र रूप में प्रदर्शन किया।
कानपुर के बर्रा बाईपास में कैंडल मार्च लेकर दुर्गेशमणि त्रिपाठी, रविशंकर मिश्रा समेत करीब दर्जन भर लोगों ने प्रदर्शन के दौरान बताया कि महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने बीते सात सितंबर को तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर छह लाख रुपए की वसूली मांगने और अपनी जान का खतरा बताकर वीडियो वायरल किया था, जिसके बाद आठ सितम्बर को व्यापारी इंद्रकांत को गोली लग गई थी और 13 सितम्बर को व्यापारी की मौत के बाद हत्या के आरोप में तत्कालीन एसपी समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या की धाराओं में मुकदमा लिखा गया है।
कारोबारी की हत्या में आरोपित आईपीएस मणिकांत पाटीदार की एक सप्ताह बाद भी गिरफ्तारी न होने से बुधवार को कानपुर में भी ब्राह्मणों का उग्र रूप देखने को मिला। बर्रा बाईपास में ब्राह्मणों ने कैंडल मार्च के दौरान योगी सरकार पर निशाना साधते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान दुर्गेशमणि त्रिपाठी ने बताया कि उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बनकर रह गया है। जहाँ लगातार ब्राह्मणों की हत्याएं की जा रही है और योगी सरकार की स्पेशल फोर्स अभी तक हत्यारोपी आईपीएस को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
नारेबाजी के दौरान लोगों ने सूबे की योगी सरकार से बिकरू काण्ड के आरोपी विकास दुबे की तरह हत्यारोपित आईपीएस की गिरफ्तारी के बाद गाड़ी पलटाने की मांग की। रविशंकर मिश्रा ने कहा कि मणिकांत की संपत्तियों को ध्वस्त करके उसके परिजनों पर भी शिकंजा कसा जाए। जब रक्षक ही भक्षक बन जाएगा, तो सरकार आम जनता की सुरक्षा कैसे कर पाएगी। नारेबाजी के दौरान शारदा उपाध्याय, प्रशांत अग्निहोत्री, पुष्पेंद्र शुक्ला, बालमुकुंद तिवारी, राजेश तिवारी, धीरू शर्मा समेत दर्जनों लोगों ने आक्रोश जाहिर किया।
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