कोरोनावायरस महामारी फैलने के बाद विभिन्न अधिकारियों द्वारा जारी किए गए आदेश के बावजूद मार्च में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भारी भीड़ लंबी अवधि तक एक परिसर में एकत्र रही, जिससे कई व्यक्तियों में संक्रमण फैल गया. सरकार ने संसद में सोमवार को यह जानकारी दी.
तबलीगी जमात के मसले पर राज्यसभा में सांसद अनिल देसाई ने सवाल किया. उन्होंने पूछा कि क्या ये तथ्य है कि दिल्ली और अन्य राज्यों में कोरोना वायरस फैलने के पीछे मुख्य कारण तबलीगी जमात है? दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तब कितने लोग इकट्ठे हुए थे? अभी तक तबलीगी जमात के कितने लोग गिरफ्तार हुए और मौलाना साद का क्या स्टेटस है? अगर मौलाना साद गिरफ्तार हुआ है तो अबतक क्या एक्शन हुआ है?
सांसद के इन सवालों पर गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के मुताबिक, गाइडलाइन्स जारी होने के बाद भी बड़ी संख्या में लोग एक जगह पर लंबे वक्त के लिए इकट्ठा थे. इस दौरान ना मास्क पहना गया और ना ही अन्य नियमों का पालन हुआ, जिसके कारण कई लोगों में कोरोना वायरस फैल गया.