फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की तुलना इस चीज़ से करना पाकिस्तान को पड़ा भारी, हुई इंटरनेशनल बेइज्जती

फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैन्युअल मैक्रों पिछले काफी वक्त से मुस्लिम देशों के निशाने पर हैं। मैक्रों फ्रांस में ‘इस्लामिक अलगाववाद’ को संकट बताते आए हैं और इसके लिए कानून लाने की तैयारी में भी हैं।

मैक्रों ने फ्रेंच काउंसिल ऑफ द मुस्लिम फेथ को जो ‘चार्टर ऑफ रिपब्लिकन वैल्यूज’ 15 दिन के अंदर स्वीकार करने के लिए कहा है, उसे लेकर पाकिस्तान की इमरान सरकार की मंत्री ने फर्जी न्यूज शेयर कर दी और आग में घी डालने का काम किया।

पाकिस्तान की मंत्री शिरीन मजारी ने एक स्टोरी का लिंक शेयर करते हुए ट्वीट में लिखा था, ‘मैक्रों मुसलमानों के साथ वैसा ही व्यवहार कर रहे हैं जैसा दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नाजियों ने यहूदियों के साथ किया था.’

लेकिन फ्रांस सरकार के सख्त रुख के आगे पाकिस्तान को झुकना पड़ा. मजारी ने अपने नए ट्वीट में कहा, ‘जिस आर्टिकल के आधार पर मैंने आरोप लगाए थे, उसमें सुधार कर दिया गया है. मैंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है.’

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