नए कृषि कानूनों (Farm Law) को लेकर जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए सरकार और किसान नेताओं के बीच शनिवार को 5वें दौर की वार्ता बेनतीजा रही. किसान नेताओं के अनुसार, केंद्र सरकार ने कहा है कि वह 9 दिसंबर को उनकी मांगों पर ठोस प्रस्ताव देगी. किसान इस पर चर्चा करेंगे और फिर उस दिन बैठक होगी.
सरकार जो भी फैसले लेगी, उनके हित में करेगी. उन्होंने विरोध प्रदर्शन के दौरान अनुशासन बनाए रखने के लिए किसानों की सराहना भी की. केंद्र सरकार ने किसानों से आंदोलन (Farmers Protest) खत्म करने का अनुरोध किया है.
किसानों के लिए विरोध प्रदर्शन करने पर हुई एफआईआर से नाराज तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला और कहा कि दम है तो गिरफ्तार करो.तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा, ” डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर एफआईआर दर्ज की है. दम है तो गिरफ़्तार करो, अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार के बाद स्वयं गिरफ़्तारीदूँगा. किसानों के लिए एफआईआर क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दीजिये.”
आरजेडी ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा कि किसानों के पक्ष में खड़े होने और धरना प्रदर्शन की अगुवाई करने पर सत्ता पक्ष द्वारा अनाप शनाप बहानों की आड़ में अपना दोहरा चरित्र प्रदर्शित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी पर जो FIR दर्ज किया गया है उसे वो एक पदक मानते हैं. किसानों के लिए ऐसे हज़ार FIR का भी डर नहीं.