प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार, 27 दिसंबर 2020 को साल के आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। यह पीएम मोदी के स्पेशल रेडियो प्रोग्राम का 72वां प्रसारण है। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन के बीच यह Mann Ki Baat कार्यक्रम बहुत अहम माना जा रहा है।
इस मंच से पीएम एक बार फिर किसानों को भरोसा दिला सकते हैं कि इन कृषि सुधार कानूनों में कुछ भी ऐसा नहीं है, जिससे उन्हें नुकसान होगा।कृषि कानून को लेकर किसान पिछले एक महीने से दिल्ली बॉर्डर पर लगातार अपना विरोध जता रहा है.
किसानों की सीधी मांग है कि तीनो कृषि कानूनों को सरकार वापस लें, नहीं तो वो इसी तरह बॉर्डर पर अपना विरोध जताते रहेंगे. वहीं, पीएम मोदी ने इस बीच किसानों को कृषि कानून के बारे में जानकारी देते हुए इससे किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने की बात की है. लेकिन किसान अपनी मांग पर डटे हुए हैं.
कृषि कानून को लेकर गुस्साएं किसानों ने आज ताली और थाली बजाकर कानून के खिलाफ विरोध करने का फैसला किया है. उन्होंने अपने समर्थकों से भी अपील की है कि वो भी ताली थाली बजाकर उनका साथ दें.