ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि पिछले साल दक्षिणी इंग्लैंड में सामने आए कोरोना वायरस के अत्यंत संक्रामक और ज्यादा घातक स्वरूप में बदलाव के संकेत दिख रहे हैं. परीक्षण के दौरान इंग्लैंड के कैंट क्षेत्र में मिले वायरस के स्वरूप में बदलाव का पता चला है और इसे ‘ई484 के’ नाम दिया गया है. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में कोरोना वायरस के स्वरूपों में भी बदलाव का पता चला था.
सेंट्रल सर्विलांस यूनिट को विशेष रूप से मेट्रो शहरों से आने वाले लोगों के पॉजिटिव सैंपल देखने को कहा गया है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगर ब्रिटेन में मिले कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन या किसी दूसरे वायरस में सैंपल का पता चलता है तो दो कोविड वायरस रिपॉजिटरी (सीवीआर) आरसीबी फरीदाबाद या एनआईवी पुणे में भेजा जाएगा.
बता दें कि ब्रिटेन में मिला नया स्ट्रेन काफी संक्रामक है और ये काफी तेजी से एक-दूसरे में फैलता है. कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर भारत सरकार ने कई तरह के एहतियाती कदम उठाए हैं. इसके तहत जहां यूके से फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं नया स्ट्रेन भारत में आया है या नहीं, ये पता करने के लिए कंसोर्टियम की स्थापना की गई है.