कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को लेकर सियासत तेज है और इस मसले पर सड़क से संसद तक संग्राम हो रहा है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 6 फरवरी के चक्के जाम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के पास ऐसा कुछ नहीं होगा। हालांकि उन्होंने कहा कि किसान अपनी-अपनी जगहों पर सड़क बंद करेंगे और प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे।
हरियाणा के जींद जिले में कंडेला गांव स्थित खेल स्टेडियम में आज किसानों की प्रदेश स्तरीय महापंचायत होगी, जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला, राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह व प्रदेश अध्यक्ष रतनमान सहित प्रदेश भर के किसान भाग लेंगे.
इस किसान महापंचायत का आयोजन कंडेला खाप की ओर से किया जा रहा है और खाप प्रधान टेकराम कंडेला सहित दर्जनों खाप पंचायतों के प्रधान भी इसमें शामिल होंगे. केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में दर्जनों खाप पंचायतों का समर्थन भारतीय किसान यूनियन को मिल रहा है.
भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने बताया कि भाकियू की ओर से पंचकूला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, फतेहाबाद, सिरसा, करनाल, पानीपत, भिवानी, सोनीपत, झज्जर, दादरी सहित कई जिलों के किसानों को इस महापंचायत में आमंत्रित किया गया है.
दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन वाली जगहों पर पुलिस का पहरा लगातार बढ़ रहा है। दूसरी तरफ किसान संगठनों ने 6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम का एलान कर दिया है। आंदोलन के समर्थन में 4 फरवरी को दिल्ली के बवाना में महा पंचायत की तैयारी चल रही है। यानी 26 जनवरी के झटके के बाद नए सिरे से आंदोलन तेज की जा रही है।