अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की तरफ से तैयार की गई कोरोना वैक्सीन की एक अकेली खुराक हल्के और गंभीर बीमारियों को रोकने के लिए 66 फीसद तक असरदार पाई गई है। ये तीसरे चरण के निष्कर्ष हैं और इसमें 44,000 वालंटियर को शामिल किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, 29 दिनों के भीतर करीब 90 फीसदी वॉलंटियर्स के शरीर में इम्यून प्रोटीन बना, जिसे न्यूट्रिलाइजिंग एंटीबॉडी कहा जाता है. जबकि 57 दिनोंके अंदर सभी वॉलंटियर्स ने एंटीबॉडी जनरेट की. ट्रायल के पूरे 71 दिनों तक इम्यून पर इसका असर देखा गया.
यदि वैक्सीन को फूड एंड ड्रग एडमिनस्ट्रेशन (एफडीए) से मंजूरी मिल जाती है अमेरिका में मंजूरी पाने वाला तीसरा वैक्सीन होगा. फाइजर और मॉडर्ना के वैक्सीन को आपातकाली उपयोग के लिए पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. वायरस के वैरिएंट के फैलने से वैक्सीनेशन में तेजी की जरूरत महसूस की जा रही है.
कंपनी ने कहा कि अमेरिकी में आपातकालीन प्रयोग के लिए वह एक हफ्ते के अंदर आवेदन देगी और फिर विदेशों में आवेदन किया जाएगा। इसके अलावा कंपनी को उम्मीद है कि अमेरिका में मंजूरी मिलते ही इसकी खेप बाहर भी भेजना शुरू कर दी जाएगी।