पाकिस्तानी आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा (Qamar Javed Bajwa) और प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran khan) ने हाल में भारत के साथ रिश्ते सुधारने के संकेत दिए थे। जिसके बाद अब सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में होने वाली एक बैठक में आमने-सामने बैठने वाले हैं।
दोनों देशों के विदेश मंत्री 30 मार्च को दुशांबे में हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इसमें अफगानिस्तान के भविष्य पर चर्चा होगी. सूत्रों के अनुसार इस दौरान दोनों के बीच मुलाकात हो सकती है. संभावित द्विपक्षीय बैठक के लिए राजनयिक कदम उठाए जा रहे हैं. सम्मेलन इस्तांबुल प्रोसेस का हिस्सा है, जो एक स्थिर और शांतिपूर्ण अफगानिस्तान के लिए सुरक्षा और सहयोग पर एक क्षेत्रीय पहल है.
सितंबर 2019 में सार्क विदेश मंत्रियों की न्यूयॉर्क में हुई मीटिंग दोनों की मुलाकात के लिए एक अवसर था लेकिन तब दोनों मंत्रियों से मुलाकात नहीं हुई थी. कुरैशी बैठक में तभी आए थे जब जयशंकर अपना भाषण पूरा करने के बाद चले गए. हाल के समय में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और जनरल बाजवा के बयानों के बाद बदलाव के संकेत मिले हैं. दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम समझौते का पालन करने पर सहमति जताई है.