उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से निपटने की कहानी हर चुनौती से जूझने की रही. अन्य राज्यों की तुलना में ज़्यादा कुशलता से उप्र ने कैसे इस काम को अंजाम दिया? दावों की मानें तो फरवरी 2020 से मार्च 2021 तक राज्य में 3.26 करोड़ टेस्ट हुए, 771 अस्पतालों के नेटवर्क में 1.75 लाख बिस्तर उपलब्ध रहे, 45 लैब्स में आरटी पीसीआर टेस्ट की सुविधा रही.
गाइडलाइंस में कहा गया कि होली के मौके पर सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से यूपी आने वाले लोगों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच होगी. इसके साथ ही 10 साल से छोटे और 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने नहीं दिया जाएगा.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने एक और महत्वपूर्ण फैसला किया है. प्रदेश में 30 मार्च तक कक्षा 1-8 तक के सभी निजी और सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं.