स्वेज नहर में एक बड़े मालवाहक जहाज के फंस जाने की वजह से लाल सागर और भूमध्य सागर के बीच जहाजों की आवाजाही रुकी हुई है. अब तक, 200000 मीट्रिक टन वजन वाले, 400 मीटर लंबे और 59 मीटर चौड़े इस जहाज को निकालने की सारी कोशिशें नाकाम रही हैं. बता दें कि पनामा-रजिस्टर्ड यह जहाज चीन से नीदरलैंड के रोटरडम जा रहा था.
स्वेज नहर में जाम की वजह बने जहाज एमवी एवर गिवन पर पनामा का झंडा लगा है. ये जहाज एशिया और यूरोप के बीच व्यापार करता है. अभी तक इस बात का पता नहीं चला है कि जहाज नहर में कैसे फंसा. एवरग्रीन मरीन कॉर्प्स नामक ताइवान की एक शिपिंग कंपनी इस जहाज का संचालन करती है.
कंपनी ने एक बयान में कहा कि जहाज ने जब लाल सागर से स्वेज नहर में प्रवेश किया तो उसी दौरान इसे तेज हवा का सामना करना पड़ा. मिस्त्र के एक अधिकारी ने भी कहा कि जहाज के नहर में फंसने की वजह तेज हवा है. मंगलवार को इस इलाके में तेज हवाएं चल रही थीं और रेतीला तूफान आया था. इस दौरान 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. एवर गिवन का प्रबंधन करने वाले बर्नहार्ड शुल्त ने कहा कि जहाज में सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं. अभी तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है.