एक तरफ जहां बॉलीवुड दिलीप कुमार के शोक में डूबा था वही दूसरी तरफ एक और बॉलीवुड हस्ती का कोरोना के कारण निधन हो गया। फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा के बड़े भाई वीर चोपड़ा नहीं रहे। वीर चोपड़ा के आलावा हॉरर फिल्मों के लिए मशहूर रामसे ब्रदर्स के सबसे बड़े भाई कुमार रामसे का भी 85 की उम्र में निधन हो गया।
3 हफ्ते तक कोरोना से जूझते रहे वीर चोपड़ा
रिपोर्ट्स के मुताबिक निर्माता वीर चोपड़ा मालदीव में वेकेशन के दौरान कोविड-19 से संक्रमित हुए थे। वे करीब ३ हफ्ते तक कोरोना कॉम्प्लीकेशन्स से जूझते रहे और आखिरकार बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। चोपड़ा ने अपने भाई विधु विनोद की कई फिल्मों में क्रिएटिव प्रोड्यूसर के रूप में काम किया। उन्होंने बॉबी देओल और शबाना रजा की फिल्म करीब के साथ काम शुरू किया था। वे मुन्नाभाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्नाभाई, 3 इडियट्स जैसी फिल्मों के क्रिएटिव प्रोड्यूसर बने।
उनका आखिरी प्रोजेक्ट ब्रोकन हॉर्सेज था जो 2015 में रिलीज हुआ था। वीर के परिवार में उनकी पत्नी नमिता नायक चोपड़ा हैं, जिन्होंने साउंड डिजाइनर के रूप में काम किया है।
कार्डियक अरेस्ट के कारण हुआ निधन
कुमार रामसे का गुरुवार को कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। वह 85 साल के थे। उन्होंने ऋषि कपूर-स्टारर ‘खोज’ सहित रामसे ब्रदर्स की कई हॉरर फिल्मों को लिखा था। उनके बड़े बेटे गोपाल के मुताबिक कुमार ने हीरानंदानी में अपने घर पर आखिरी सांस ली।
गोपाल ने कहा, “आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया। उनका निधन बहुत ही शांति से हुआ। अंतिम संस्कार दोपहर करीब 12 बजे होगा। हम पुजारी के आने का इंतजार कर रहे हैं।”
- कुमार निर्माता एफयू रामसे के बेटे और सात भाइयों में सबसे बड़े थे। रामसे ब्रदर्स, जिसमें केशु, तुलसी, करण, श्याम, गंगू और अर्जुन शामिल थे, ने हॉरर शैली पर शासन किया, 70 और 80 के दशक में कम बजट की कल्ट फिल्में बनाईं।
- कुमार की फिल्मों में पुराना मंदिर (1984), साया (1989), जिसमें शत्रुघ्न सिन्हा थे, और 1989 की हिट खोज शामिल थी, जिसमें नसीरुद्दीन शाह भी नज़र आये थे। उन्होंने और कौन? (1979) और 1981 में दहशत जैसी फिल्मों का निर्माण भी किया। कुमार के परिवार में पत्नी शीला और तीन बेटे राज, गोपाल और सुनील हैं।