हिन्दुतान को राहुल गांधी की जरूरत – आनंदप्रकाश शर्मा

“देश की हालत दिन-ब-दिन खराब होती चली जा रही है। ऐसी स्थिति में देश को सिर्फ कांग्रेस ही बचा सकती हैं। राहुल गांधी को अब जमीं पर उतरकर लड़ाई लड़नी है। जिससे देश की जनता श्री गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके। जबकि आपने सुना होगा कि समय के साथ सत्ता का परिवर्तन होना स्वाभाविक है। वह दिन दूर नहीं जब सत्ता की बाग-डोर कांग्रेस के हाथ में होगी। श्री गांधी उसकी अगुवाई करेंगे। राहुल गांधी वक्त के साथ युवाओं की एक मजबूत ब्रिगेड तैयार करें, जिससे देश का विकास हो सके,  क्योंकि कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसा दल है, जिसके बिना आम आदमी अपनी दो वक्त की रोजी-रोटी का इन्तजाम नहीं कर सकता है। युवाओं की मांग है कि राहुल गांधी देश की बाग डोर अपने हाथ में लें। जिससे देश को बचाया जा सके..” ऐसा कहना है युवा ब्रिगेड टीम के संस्थापक आनंदप्रकाश शर्मा का, जो कि एक कॉंग्रेस समर्थक भी हैं।

मड़ियाहूं विधानसभा के गांवों का दौरा करते हुए एक कार्यक्रम के दौरान यह बात उन्होंने युवाओं के बीच रखी। उन्होंने कहा कि देश आज प्रगति के पथ पर नहीं, बल्कि दुर्गति के पथ पर है। विकास के नाम पर सिर्फ ‘काश’ है ‘वि’ गायब है और ‘काश’ का अर्थ सिर्फ एक प्रकार की घास होती है। जिसे सूखने के बाद आसानी से जलाकर बर्बाद कर दिया जाता है या चारा बनाकर गाय-बैलों को खिला दिया जाता है। जब उसे गाय-बैल नहीं खाते तब बरसात के पानी से भीगकर वहीं सड़ जाता है। उसके बाद उसमें दीमक लग जाते हैं जो उस ‘काश’ घास को नष्ट कर देता है। वही घास रूपी काश को खोखला करने वाला दीमक हमारे देश को भी उसी काश या लकड़ी की भांति बर्बाद कर रहा हैं। उस लकड़ी को खोखला करने वाला दीमक हमारे देश को बर्बाद करने पर अडिग है। धीरे-धीरे दीमक अपना रंग-रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जिससे देश को खोखला करके बर्बाद कर सके।
जबकि आज की राजनीति पूरी तरह से खोखली हो गई है। अब तो राजनीति के मायने ही खत्म हो गए हैं। बचा है सिर्फ षड्यंत्र। बड़ी ही सहजता से चक्रव्यूह में फंसाकर देश द्रोह का मुकदमा दायर किया जा रहा है। शायद देश की राजनीति में यह पहली बार हो रहा है। इसलिए आज देश को जरूरत है तो सिर्फ कांग्रेस की, गांधी परिवार की या राहुल गांधी की। जो आम आदमी को सहारा देकर उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करती है। लेकिन राजनीति में सिर्फ मौत तय की जाती है कुर्सी के लिए। यदि आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को सत्ता के लोभियों ने मौत की नींद न सुलाई होती, तो आज हिंदुस्तान की ताकत के आगे कोई देश नहीं टिक पाता। जबकि कुर्सी के खिलाड़ियों ने सत्ता की खातिर देश के बड़े नेताओं को शिकार बनाया।

उन्होंने आगे कहा, “आज याद आती है वह घटना जो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ घटित हुई है। जिससे गांधी परिवार की राजनीति को खत्म करने के लिए विरोधियों ने ठेका लिया । ऐसा आभाष होता है। अब डर यह भी सता रहा है कि कहीं सत्ता में आने के बाद राहुल गांधी के साथ भी कुर्सी का खेल न खेला जाय। लेकिन आज आम आदमी के साथ सिर्फ कांग्रेस खड़ी है, बाकी सभी दलों ने तो अपने मुंह पर ताला लगा लिया है। इसलिए कांग्रेस के साथ जुड़ें, परिवर्तन लाएँ और विकास हो सके। आम आदमी के साथ कांग्रेस का हाथ।”

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश में राजनीति गरमाई है। जहाँ एक तरफ बीजेपी समर्थक तमाम रैलियां निकाल रहे हैं व जनसंपर्क बढ़ा रहे हैं, वहीं सपा, बसपा व कॉंग्रेस के समर्थकों ने भी अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं।

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