दिवाली (Diwali) 2023: इस बार दीपावली का त्योहार 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन लोग घरों में तरह-तरह के पकवान बनाते हैं और मिठाइयों का आदान-प्रदान होता है। तेल, मैदा और चीनी से बने यह पकवान खाने में पूरा मजा देते हैं लेकिन सेहत के लिए उतने ही खतरनाक भी होते हैं, इन पकवानों से खासकर कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का जोखिम होता है, अगर अप पहले से ही दिल के मरीज हैं, तो यह आपके लिए और ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं, जो खून की नसों में पाया जाता है, इसका निर्माण लीवर भी करता है, लेकिन आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से भी यह बनता है, और नसों में जमा होता है, कोलेस्ट्रॉल पूरे रक्तप्रवाह में घूमता रहता है, और इसकी अधिक मात्रा आपके शरीर, विशेष रूप से आपके हृदय के लिए घातक होती है।
फ्राइड फूड
दिवाली के उत्सव पर फ्राइड फूड का खूब इस्तेमाल किया जाता है, आपको बता दें कि तली हुई चीजें कोलेस्ट्रॉल की असली जड़ हैं, ऐसा इसलिए है क्योंकि इनमें कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जो हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, और कई अन्य तरीकों से आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं,फास्ट फूड का चलन तेजी से बढ़ा है, दिवाली या किसी अन्य पर्व पर घरों में फास्ट फूड भी बनाने लगे हैं, आपको बता दें कि फास्ट फूड हृदय रोग, डायबिटीज और मोटापे सहित कई बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है, जो लोग अक्सर फास्ट फूड खाते हैं, उनमें कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा होता है।
मीठे पकवान
दिवाली पर मीठे पकवानों की बात न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है, आपको बता दें कि कुकीज़, केक, आइसक्रीम, पेस्ट्री और अन्य मिठाइयों में कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ ब्लड शुगर भी बढ़ा सकती हैं, एक अध्ययन के अनुसार, चीनी का सेवन मोटापे, डायबिटीज, हृदय रोग, मानसिक गिरावट और कुछ तरह के कैंसर से जोड़ा है, इस दिवाली पर मिठाई की जगह गुड़ खाएं, क्योंकि, इस त्योहार पर एयर पॉल्यूशन काफी तेजी से बढ़ता है, जिसके कारण सांस लेने में परेशानी होने लगती है, लेकिन गुड़ खाने से प्रदूषण का असर कम किया जा सकता है, और खुलकर सांस ली जा सकेगी।
सावधानिया : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है, यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता, ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।