मुंबई: महाराष्ट्र (राज्य) भारत स्काउट गाइड ट्रेनिंग सेंटर सबर्बन अंधेरी में आयोजित स्कॉउट प्रशिक्षण कैम्प सम्पन्न हुआ। यह कैम्प 18 से 24 अप्रैल 2018 तक प्रक्षिति प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। विद्वानों की सूची में गिरीश काम्बले, महारुद्र बोलार, सुधीर राउल, रीना जवेरी, एलीयस कोरिया, ज़ाहिद कुरेशी, महादेव सालुंके जैसे छात्रों को प्रशिक्षित अनुभवी विद्वानों का लाभ प्राप्त हुआ। मुम्बई महानगर जैसे शहर के स्कूलों से प्रशिक्षकों ने बढ़ चढ़कर की हिस्सा लिया।
स्काउट गाइड पाठ्य-सहगामी एक सर्वोतम कार्यक्रम:
स्काउट छात्रों में अनुशासन को बनाये रखने का और उन्हें तैयार रखने का अपने आप में एक अनूठी मिशाल है। नवयुवकों के लिए यह एक स्वयंसेवी, गैर सरकारी, शैक्षिक आन्दोलन है, जो किसी मूल जाति और वंश के भेदभाव से मुक्त प्रत्येक व्यक्ति के लिए खुला है। यह 1907 में संस्थापक लार्ड बेडेन पॉवेल द्वारा संकल्पित किए गये लक्ष्य, सिद्धान्त तथा पद्धति के अनुरूप है। यह देश-भक्त, बहादुर, फुर्तीले, सक्रिय, बुद्धिमान, अग्रगामी तथा दूरदर्शी नागरिकों का निर्माण करने वाली संस्था है, उत्त्तम नागरिकता की पाठशाला है। खाली समय का सदुपयोग है। एक शैक्षिक आन्दोलन है। एक स्वैच्छिक अशासकीय संगठन है, एक खेल, किन्तु शिक्षाप्रद खेल है। प्रसन्नतादायक वातावरण है। नेतृत्व का प्रशिक्षण है। प्रकृति से तादात्म का सु-अवसर है। मनोवैज्ञानिक प्रगतिशील प्रशिक्षण है। पाठ्य-सहगामी सर्वोतम कार्यक्रम है। व्यक्ति का चारित्रिक विकास, शारिरिक विकास और बौद्धिक विकास कर समाज-सेवा और ईश्वर के प्रति कर्तव्य-बोध कराने वाली अद्वितीय संस्था है। भाई-चारा तथा विश्व-बंधुत्व का पाठ पढ़ानेवाली संस्था है।
स्काउटिंग व्यक्ति में छिपे गुणों को उभारने में सक्षम:
स्काउटिंग व्यक्ति में छिपे गुणों को उभारना जानती है। युवाओं के व्यक्तित्व में छिपे गुणों व नजरिया को विकसित करने के बहुआयामी कार्यक्रम स्काउटिंग के पास है, ताकि युवाओं में बाल्यकाल से ही कुशलता व प्रभावीगुणों का बीजारोपण किया जा सके एवं व्यक्तित्व के मूल्यांकन में अभिवृद्धि हो सके। हर व्यक्ति में आगे बढ़ने और प्रतिस्पर्धा करने के सभी गुण विद्यमान हैं। जरूरत है, उन्हें तराश कर धारदार और सार्थक बनाने की। जो युवा पीढ़ी को इन्सान बनाने, यानि मानवीय गुणधर्मिता को विकसित करने के साथ सुव्यवस्थित कैरियर विकसित करने मे मदद करने की क्षमता रखता है। अपनी अभिरुचि के अनुसार अपने अभ्यास वर्ग व विषय चुनने के साथ मार्गदर्शन व सहयोग देने को भी तत्पर है।
स्काउटिंग सदैव ही व्यक्ति में अच्छा नजरिया व सकारात्मक सोच विकसित करने में सक्षम है। तकनीकी प्रशिक्षण तो मात्र 15 प्रतिशत ही सफलता की भागीदारी प्रदान करता है। 85 प्रतिशत सफलता तो सुलझे हुए व्यक्तित्व के कारण ही मिलती है। स्काउट अपने तीन सिद्धांतों पर चलता है- ईश्वर के प्रति कर्तव्य का पालन, दूसरों के प्रति कर्तव्य का पालन, स्वयं के प्रति अपने कर्तव्य का पालन।
स्काउट अपने तीन प्रतिज्ञाओं के लिये प्रख्यात है-मैं मर्यादापूर्वक प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं यथाशक्ति ईश्वर/धर्म और अपने देश के प्रति अपने कर्तव्य का पालन करूँगा, दूसरों की सहायता करूँगा और स्काउट नियमों का पालन करूँगा आदि।
नियमों पर आधरित है स्काउट:
स्काउट नियमों पर आधरित है – स्काउट विश्वसनीय होता है। स्काउट वफादार होता है। स्काउट सबका मित्र एवं प्रत्येक दूसरे स्काउट का भाई होता है। स्काउट विनम्र होता है। स्काउट पशु-पक्षियों का मित्र और प्रकृति प्रेमी होता है।स्काउट अनुशासनशील होता है और सार्वजनिक संपदा की रक्षा करता है। स्काउट मितव्ययी होता है। स्काउट मन, वचन और कर्म से शुद्ध होता है। इसी प्रकार स्काउट अपने नियम, सिद्धांत, उद्देश्य, प्रतिज्ञा और कार्यक्षेत्र पर कार्यरत है। स्काउट समय-समय इस तरह के कैम्प प्रशिक्षण का आयोजन कर शिक्षकों को प्रशिक्षित करता है और भारत स्काउट गाइड द्वारा यह पूरे देश में आयोजित किया जाता है ताकि बच्चों में अपने देश व लोगों के प्रति जागरूकता आ सके, ताकि पूरा देश जागरुक हो सके और अपने आत्मसम्मान की रक्षा कर सके।