कुशीनगर हादसा: ड्राइवर ने नहीं लगाया होता ईयरफोन, तो शायद बच जाती 13 मासूमों की जान

कुशीनगर हादसा

खास बातें ..

  • वैन ड्राइवर ने वैन चलाते समय इयरफोन लगा रखा था
  • वैन रोकने के लिए बच्चे चिल्ला रहे थे : प्रत्यक्षदर्शी
  • ड्राइवर को रोका पर वो रुका नहीं: प्रत्यक्षदर्शी

कुशीनगरः उ.प्र. के कुशीनगर में एक बड़ा ही दर्दनाक हादसा हुआ है। दुदही रेलवे क्रासिंग पर स्कूल वैन ट्रेन की चपेट में आ गई। इस हादसे में 13 बच्‍चों और ड्राइवर की मौत होने की सूचना है। वहीं, 7 बच्‍चे गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। स्‍कूल वैन में 22 बच्‍चे सवार थे। इस हादसे के बाद सीएम योगी घटनास्‍थल पर पहुंचे और दुख व्‍यक्‍त किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कुशीनगर के डिवाइन मिशन स्‍कूल की वैन (टाटा मैजिक) आज सुबह 22 बच्‍चों को लेकर स्‍कूल जा रही थी। इसी बीच मानव रहित क्रॉसिंग पर थावे-बढ़नी पैसेंजर ट्रेन से वैन की टक्‍कर हो गई। जिसमें 13  बच्‍चों की मौत की सूचना है। घायल बच्चों को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें, इस रूट पर ट्रेनों का ज्‍यादा संचालन नहीं होता है। गिनी चुनी ट्रेनें ही यहां से चलती हैं।

उत्तर प्रदेश में मानवरहित रेलवे क्रासिंग पर भले ही गेट मित्र तैनात हों, लेकिन दबंगों के आगे वह लोग असरदार साबित नहीं हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कुशीनगर में भी आज गेट मित्र ने स्कूल की वैन को गेट पार करने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन ईयर फोन लगाकर मस्त चालक ने उसकी अनदेखी कर दी, जिसने इस घटना को अंजाम दिया।

सीएम योगी ने जताया दुख-

इस हादसे पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने दुख व्‍यक्‍त किया है। उन्‍होंने प्रशासन को राहत व बचाव कार्य में जुटने का निर्देश दिया है। सीएम ने मृतकों और घायल बच्‍चों के परिजनों 2-2 लाख रुपए की आर्थ‍िक मदद की घोषणा की है। साथ ही गोरखपुर के कमिश्‍नर को इस हादसे के जांच के आदेश दिए हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश के भदोही में भी करीब दो वर्ष पहले इसी तरह के हादसे में दस बच्चों ने जान गंवा दी थी। चालक ईयरफोन लगाकर वैन को क्रासिंग पार करा रहा था, उसी दौरान ट्रेन ने टक्कर मार दी। आज एक बार फिर मानव रहित रेलवे कॉसिंग पर बड़ा हादसा सामने आया है।

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