कानपुर । जनपद में एक निजी कॉन्सट्रक्शन कम्पनी के ठेकेदार ईमानदार योगी सरकार के कार्यों की योजनाओं पर भ्रस्टाचार का पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं। दक्षिण क्षेत्र के वार्ड 87 अंतर्गत स्थित कामदगिरि इंटर कॉलेज के निकट 70 मीटर सड़क बनने के एक सप्ताह बाद ही क्षतिग्रस्त हो गई। सड़क के क्षतिग्रस्त होने पर स्थानीय लोगों ने ठेकेदार पर कम लागत की कमजोर सड़क बनाकर लाखों रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाया है।
क्षेत्रीय लोगों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार कानपुर दक्षिण के वार्ड 87 के अर्रा क्षेत्र अंतर्गत स्थित कामदगिरि इंटर कॉलेज के पास गत एक सप्ताह पहले ही लगभग 70 मीटर इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण हुआ था। जो कि कानपुर नगर निगम के आदेशानुसार रामशंकर यादव नामक एक निजी कॉन्सट्रक्शन कम्पनी के ठेकेदार वासुदेव के द्वारा किया गया था। एक सप्ताह बाद स्थिति देखने पर पता चला कि सड़क निर्माण के एक सप्ताह बाद ही सड़क का बंटाधार हो चुका है। सड़क के किनारे लगी लाल ईंटे उखड़ कर बाहर निकल चुकी है और बीच मे लगीं कुछ इंटरलॉकिंग ईंटें टूट चुकी हैं। स्थानीय लोगों ने ठेकेदार वासुदेव और उसकी कम्पनी पर भ्रस्टाचार करके कम लागत में कमजोर सड़क का निर्माण करने और लाखों रुपए का घोटाला करने का आरोप लगाया है। वहीं ठेकेदार वासुदेव और रामशंकर यादव ने बताया कि कानपुर नगर निगम के अंतर्गत बनी सड़क के लिए सरकार द्वारा साढ़े चार लाख रुपए का बजट पास होना है। इस सड़क में लगभग तीन हजार लाल ईंट और साढ़े दस हजार इंटरलॉकिंग ईटो का इस्तेमाल किया गया है, वहीं सड़क की उखड़ी ईंट हटाकर देखा गया तो, पूरी खोखली सड़क की सच्चाई सामने आ गई, जिसमे घटिया स्तर की सामग्री इस्तेमाल की गई थी। वहीं एक सप्ताह बाद ठेकेदार से सड़क के टूटने का कारण पूछने पर ठेकेदार मौन रह गए। पार्षद मेनका सिंह सेंगर ने ठेकेदार की लापरवाही पर नगर निगम के सम्बन्धित अधिकारी से सख्त कार्यवाई करवाने का आश्वासन दिया।