वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 पेश करते हुए कहा कि ग्रामीण भारत के रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बनाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार 40 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी।
देश के रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर (ग्रामीण बुनियादी ढाँचा) और ज्यादा मजबूत करने के लिए बजट 2021-22 में धन आवंटन बढ़ा दिया गया है। बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि रूरल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए सरकार इस साल 40 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी।
सरकार ने सड़क परियोजनाओं पर कॉरिडोर पर जोर दिया है. इसके तहत तमिलनाडु में 3500 किलोमीटर कॉरिडोर बनेगा. केरल में 65000 करोड़ रुपये की लागत 1100 किलोमीटर हाइवे और पश्चिम बंगाल में 25,000 करोड़ की लागत से 675 किलोमीटर हाइवे बनेगा. इसके साथ ही असम में अगले तीन साल में 1300 किलोमीटर हाइवे बनेगा.
पीएलआई के अलावा मेगा इन्वेस्टमेंट टेक्सटाइल पार्क स्कीम आएगी. टेक्सटाइल पार्क से बड़ा निवेश आएगा. इससे रोजगार में इजाफा होगा. अगले तीन साल में देश में सात टेक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे. 2019 में लॉन्च नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन का विस्तार अब 7,400 प्रोजेक्ट्स तक किया गया है. इसके तहत 1.10 लाख करोड़ के 217 प्रोजेक्ट को पूरा भी कर लिया गया है.