आने वाली सर्दियों में धूल से दिल्ली वासियों का दम न घुटे, इसके मद्देनजर दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने सख्त तेवर अख्तियार कर लिए हैं। तमाम 18 हॉट स्पॉट की तो पहले से ही निगरानी की जा रही है, अब एंटी स्मॉग गन का सहारा लेने की तैयारी भी कर ली गई है।
माना जा रहा है कि ट्रक आधारित एंटी-स्मॉग गन शहर में धूल प्रदूषण को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. दिल्ली सरकार के ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान के तहत राजधानी में करीब 23 एंटी-स्मॉग गन लगाई गई हैं, ताकि धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके.5000 लीटर का पानी का टैंक सड़क, फुटपाथ और पटरी के मध्य-किनारों पर स्थित पेड़ों को की धुलाई कर सकता है, और उन जमी धूल को खत्म कर सकता है. एंटी-स्मॉग गन में पानी को फब्वारे में तब्दील करने और हवा से पार्टिक्यूलेट मेटर को खत्म करने की सुविधा होती है.
इन एंटी-स्मॉग गन को बीएस-6 इंजन वाले ट्रकों पर लगाया गया है, इस इंजन से बहुत कम प्रदूषण होगा, जो वायु प्रदूषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. ट्रकों पर लगी इन एंटी-स्मॉग गन में 5000 लीटर की क्षमता वाला पानी का टैंक है और यह लगातार 3-4 घंटे काम करता रहेगा.